Things were like this We were worse than bad Our crime was just that That we were also involved in that race The race in which the educated were unemployed Things were like this We were worse than bad When we were 14 years old So we used to be very happy I also have a vote now And there was no such idea Whom we will reach in Parliament They will eat our brokerage Parliament leader after reaching Only used to increase his salary Things were like this We were worse than bad We common people in front of each other But mud jumped What did we know All those people used to spill water jams in a closed room Alam like this That on one side, capitalists donate capital to newspapers, to the conservative party So in the other corner, the government used to give them a contract of thousand crores Things were like this We were worse than bad We were robbed and helpless before the government Used to inte...
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प्रदूषित भविष्य की झलक वे पक्षी कहाँ हैं जो आकाश में उड़ते थे? वे अब यहाँ नहीं हैं, और मुझे आश्चर्य है कि क्यों। इस धारा और नदी में तैरने के लिए इस्तेमाल की जाने वाली मछलियाँ कहाँ हैं? मैं उन्हें अब और नहीं देख सकता। इसका क्या मतलब है? इस तालाब और झील के आसपास मेंढक कहाँ रहते थे? मैं उन्हें अब और नहीं सुन सकता। कुछ गलती अवश्य हुई है। प्रदूषित भविष्य की झलक वे पक्षी कहाँ हैं जो आकाश में उड़ते थे? वे अब यहाँ नहीं हैं, और मुझे आश्चर्य है कि क्यों। काश एक ऐसी घड़ी होती जिसके हाथ मैं उलट सकता। अगर हमारे पास अभी और समय होता तो हम इन जीवों को बचा सकते थे। लोगों को यह देखने का समय कि हम अपने प्यारे स्वभाव और पृथ्वी को कैसे नुकसान पहुँचा रहे हैं, समय यह महसूस करने के लिए कि यह सब वास्तव में यहाँ क्या था। लेकिन जानवर खतरनाक तेजी से गायब हो रहे हैं। यदि हम अंत में एक साथ बैंड नहीं करते हैं, तो वास्तव में बहुत देर हो सकती है। काश एक ऐसी घड़ी होती जिसके हाथ मैं उलट सकता। काश एक ऐसी घड़ी होती जिसके हाथ मैं उलट सकता।
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"मंगला ! सो गई क्या ?" "नहीं जी, कहो कुछ चाहिए क्या?" "नहीं, बस तुझसे बात करने को जी चाह रहा था।" "आपकी तबियत ठीक नहीं है, आप तो सोने की कोशिश करो।" " नहीं, आज कहने दे अपनी बात मुझे, पता नहीं फिर मौका मिले न मिले। हमने जीवन भर एक-दूसरे का साथ और सुख-दुःख मिलकर निभाये। तूने मेरी कभी कोई बात नहीं काटी। हमेशा मेरा मान रखा लेकिन मैं तेरा गुनहगार हूँ और तेरी बात न मानने का खामियाजा आज भुगत रहा हूँ। तूने कितना समझाया, ये पान, तम्बाकू, गुटखा मत खाओ। ये भी एक तरह का नशा ही है और नशा कोई भी हो बर्बाद करके ही छोड़ता है। मुँह के कैंसर की जड़ तो यही है। जान तक के लाले पड़ जाते हैं। एक इंसान के साथ पूरा परिवार तबाह हो जाता है।मेरी अक्ल पर तो पत्थर पड़ गये थे न ! कैसे समझ आता ? मुझे तो इसे खाने में अपूर्व आनन्द मिलता था। मैं तो इतना आदी हो गया कि तेरी कसम खाकर भी तुझसे छिपकर ये सब खाता रहा। हाय ! विधाता, चुटकी भर सद्बुद्धि दे देता तो ये दिन न देखना पड़ता।" "अजी, छोड़ो भी इन बातों को, क्या फायदा ये सब याद करके, कष्ट ही होगा।" मं...
You are true, you are loud
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Don't be desperate nor upset You are true, you are loud, May your forever be victorious You continue on the duty path Do you work Head on your path ahead On life's fur You have to hit countless goals Countless detractors of the world itself You have to erase, You make a mark of your actions Weave Now you will have to repent of these actions O righteous man, O age man Now you have to dispose this caste from this stream to Yugo Yugo You will have to erase the rage of this caste religion today O Karma Purush O Justice Man You have to plant new plants of true justice life beings will have to show affection today You have to show the sea of love on this earth Hey man This earth makes you proud, You are a man of action This earth makes you proud, Earth says listen Don't be desperate nor upset You are true, you are loud May your forever be victorious Thorns will come to you in this path Do not fear...
माल्हेपुर स्टेट का इतिहास
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माल्हेपुर स्टेट का इतिहास कहते हैं आजादी ४० बरस पहले कानपूर देहात (वर्तमान में) के अमरौधा ब्लॉक के शेखपुर ग्राम पंचायत के जंगल की तरफ यादवो का एक बड़ा गाँव था जिसको अंग्रेज माल्हे पुर स्टेट कहते थे पास लगे गाँव बसावन पुर के मुखिया बताते हैं की माल्हे पुर गांव मुगलो के ज़माने से था मुग़ल कालीन सल्तनत में यहाँ पर जो यादव लोग रहते वो बड़े उजाड़ और लड़ाकू थे एक कहानी प्रसिद्द है मल्हीपुर स्टेट के लिए की ,एकबार एक अंग्रेजी अफसर गांव में आए और उन्होंने खटिया पर लेते गांव वाले से पूछा की गांव से जंगल की तरफ को कौन सा रास्ता जाता है इसपर उसने पेअर से रस्ते किन तरफ का इशारा करते हुए बता दिया जिसपर अंग्रेज तो चला गया परन्तु उस पटवारी से कहा ये कौन लोग थे तो पटवारी ने कहा : हुज़ूर ये लोग बहुत खतरनाक लोग हैं तो अंग्रेज अफसर ने कहा कौन हैं ये आखिर तो पटवारी ने कहा सरकार ये यादव हैं तो अंग्रेज अफसर बोला ये लोग आसानी से काबू में नहीं आएँगे कुछ सोचना पड़ेगा तभी पटवारी बोल पड़ा सरकार ये साल में दो दिन ही काबू में आ सकते हैं एक होली और एक दिवाली कहते हैं की होली और दिवाली के दिन ये लो...
यही वह समय था जब एक लड़का प्यार में पड़ गया………।
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यही वह समय था जब एक लड़का प्यार में पड़ गया………। जब मैं 8 वीं कक्षा में था, तो मुझे एक लड़की पसंद थी। वह मेरे लिए बहुत ही कीमती थी। मुझे उससे प्यार हो गया लेकिन मुझे उसके साथ अपना प्यार दिखाने का डर था ...... जब आपके बचपन के दोस्त को पता चलता है कि आपको लड़की से प्यार हो गया है, तो वे आपको उसके नाम से चिढ़ाते हैं। जब मैं उससे कक्षा में मिला ........ मुझे कक्षा में उस दिन अच्छा लगा ........। 13/15 वर्ष की आयु में, आप उस लड़की से मिलते हैं, जो दूसरों से अलग थी ... और आपको वास्तव में पसंद है ........ तब आपको अच्छा लगेगा अब मेरा एकतरफा प्यार शुरू हो गया था ........ जैसे ही हम बड़े हुए ...... हम अपने सबसे अच्छे दोस्त की मदद से 9 वीं कक्षा में करीबी दोस्त बन गए ... जब हम हाईस्कूल में शामिल होते हैं तो ....... हम दोनों ही अपने सेक्शन के टॉपर होते हैं ......... ध्यान देने वाली एक बात थी कि हम दोनों एक-दूसरे के लिए प्रतिस्पर्धी थे ...... जैसे ही समय गया…। हम एक दूसरे के बहुत करीब हो गए थे ...... और मेरा पहला और आखिरी प्यार शुरू हुआ ........। उस कीमती समय क...
आखिर हम कौन से हिन्दू धर्म से हैं क्या हम वो हिन्दू हैं
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आखिर हम कौन से हिन्दू धर्म से हैं क्या हम वो हिन्दू हैं जिसमे चार जातियां होती हैं एक ब्रहमहड़ एक बनिया एक ठाकुर और बाकि अब सूद्र है क्या हम वो हिन्दू हैं ये हिन्दू धर्म कब आया क्या यह सनातन धर्म ख़त्म करने की साजिश है क्या सनातन धर्म को ख़त्म करने आया है ये हिन्दू धर्म आखिर क्यों सब सूद्र है ये जितने धर्म के चेहरे है उतने ही जातियां है सुना है बचपन में की एक साहूकार के यहाँ बिल्ली मरी तो पंडित जी ने कहा सोने की बिल्ली दान करो और तब तक पंडित जी के son ने कहा की पिता जी घर में बिल्ली मर गई तो पंडित जी ने कहा हवन में काम चल जायेगा क्या यही है हिन्दू धर्म आखिर हम कौन से हिन्दू धर्म से हैं क्या हम वो हिन्दू हैं